हिंदी व गुजराती ऑडियो सहित ,वल्लभाचार्य कृत ‘सुदर्शन-कवच’! वैष्णव लोग इसे चिह्न के रुप में धारण करें।
श्रीमद् वल्ल्भाचार्य महाप्रभु द्वारा विरचित यह सुदर्शन महामंत्र वैष्णवों की रक्षा के लिए परम हितकारी है |
संग्राम मेँ , राज दरबार मेँ विजय दिलाने वाले इस सुदर्शन चक्र के सत्रह श्लोकों को चक्राकार यंत्र मेँ लिखकर अपने पास रखने से सब प्रकार का भय दूर हो जाता है ।इस यंत्र का श्रद्धा पूर्वक हमेशा पाठ करने से वंश की वृद्धि होती है , एवं इसे सुनने वाले को भी यह यंत्र फल देने वाला है ।
सुदर्शन-महा-मन्त्रो, लभते जय-मंगलम्।।
‘गरुड़-पुराण’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ का महत्त्व बताया गया है और इसकी पूजा-विधि दी गई है। ‘श्रीमद्-भागवत’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ की स्तुति इस प्रकार की गई है- ‘हे सुदर्शन! आपका आकार चक्र की तरह है। आपके किनारे का भाग प्रलय-कालीन अग्नि के समान अत्यन्त तीव्र है। आप भगवान् विष्णु की प्रेरणा से सभी ओर घूमते हैं। जिस प्रकार अग्नि वायु की सहायता से शुष्क तृण को जला डालती है, उसी प्रकार आप हमारी शत्रु-सेना को तत्काल जला दीजिए।’
Sudarshan Kawach , Shree Nathji , Nathdwara
आपका = योगेश कुमार अमाना .= (Yogesh Kumar Amana) Yoguru Technologies योगुरु</br></br></br></br></br></br></br>